अमरीकी सेना का कहना है कि ख़ालिद ने न केवल वॉशिंगटन और न्यूयॉर्क में 11 सितंबर, 2001 को हुए हमलों में अपना हाथ होना स्वीकार किया है बल्कि दुनिया *र में अन्य 30 आतंकवादी हमलों की *ी ज़िम्मेदारी ली है.
इन हमलों में लंदन के बिग बेन और कैनेरी व्हार्फ़ पर हुए हमले शामिल हैं.
इस मामले में शामिल चार अन्य अ*ियुक्त हैं:
रमज़ी बिन अलसबीह-एक यमनी नागरिक जिन्हें अमरीका 9/11 के हमलों का समन्वयक मानता है और ख़ुफ़िया एजेंसियों का कहना है कि वह विमान अपहरणकर्ताओं में से एक हो सकते थे लेकिन उन्हें अमरीका का वीज़ा नहीं मिला.
मुस्तफ़ा अहमद अस हसावी-एक सऊदी नागरिक जिनके बारे में अमरीकी ख़ुफ़िया अधिकारियों का कहना है कि वह उन दो लोगों में से एक थे जिनका इस्तेमाल ख़ालिद शेख़ मोहम्मद ने पैसा जुटाने के लिए किया.
अली अब्दअल अज़ीज़ अली-इन्हें अमर अल बलूची के नाम से *ी जाना जाता है. कहा जाता है कि इन हमलों की साज़िश के दौरान वह अपने चाचा ख़ालिद के प्रमुख सहायक थे.
वलीद बिन अत्ताश- एक यमनी नागरिक जो, पेंटागॉन के अनुसार, वर्ष 2000 में यमन में अमरीकी पोत यूएसएस कोल पर बमबारी में अपना हाथ होने की बात स्वीकार कर चुके हैं. इस हमले में 17 नाविक मारे गए थे. अत्ताश पर *ी 11 सितंबर के हमलों में शामिल होने का आरोप है.
इस सब पर जो आरोप हैं उनमें 2, 973 हत्याएँ *ी शामिल हैं. यह उन लोगों की संख्या है जो 9/11 के हमलों में मारे गए थे.
इन हमलों में मारे जाने वाले लोगों के रिश्तेदारों ने इस मुक़दमे के दौरान मौजूद रहने की इच्छा ज़ाहिर की थी लेकिन सेना का मानना था कि गुआंतानामो बे में इतने लोगों का इंतज़ाम नहीं किया जा सकता.
इन हमलों में लंदन के बिग बेन और कैनेरी व्हार्फ़ पर हुए हमले शामिल हैं.
इस मामले में शामिल चार अन्य अ*ियुक्त हैं:
रमज़ी बिन अलसबीह-एक यमनी नागरिक जिन्हें अमरीका 9/11 के हमलों का समन्वयक मानता है और ख़ुफ़िया एजेंसियों का कहना है कि वह विमान अपहरणकर्ताओं में से एक हो सकते थे लेकिन उन्हें अमरीका का वीज़ा नहीं मिला.
मुस्तफ़ा अहमद अस हसावी-एक सऊदी नागरिक जिनके बारे में अमरीकी ख़ुफ़िया अधिकारियों का कहना है कि वह उन दो लोगों में से एक थे जिनका इस्तेमाल ख़ालिद शेख़ मोहम्मद ने पैसा जुटाने के लिए किया.
अली अब्दअल अज़ीज़ अली-इन्हें अमर अल बलूची के नाम से *ी जाना जाता है. कहा जाता है कि इन हमलों की साज़िश के दौरान वह अपने चाचा ख़ालिद के प्रमुख सहायक थे.
वलीद बिन अत्ताश- एक यमनी नागरिक जो, पेंटागॉन के अनुसार, वर्ष 2000 में यमन में अमरीकी पोत यूएसएस कोल पर बमबारी में अपना हाथ होने की बात स्वीकार कर चुके हैं. इस हमले में 17 नाविक मारे गए थे. अत्ताश पर *ी 11 सितंबर के हमलों में शामिल होने का आरोप है.
इस सब पर जो आरोप हैं उनमें 2, 973 हत्याएँ *ी शामिल हैं. यह उन लोगों की संख्या है जो 9/11 के हमलों में मारे गए थे.
इन हमलों में मारे जाने वाले लोगों के रिश्तेदारों ने इस मुक़दमे के दौरान मौजूद रहने की इच्छा ज़ाहिर की थी लेकिन सेना का मानना था कि गुआंतानामो बे में इतने लोगों का इंतज़ाम नहीं किया जा सकता.